एड्स जागरूकता आधारित संगोष्ठी व रैली का आयोजन
हर पल निगाहें संवाददाता
रायबरेली- विश्व एड्स दिवस के अवसर पर टी0सी0आई0 फाउन्डेशन रायबरेली के तत्वाधान में उच्च जोखिम के लोगो एंव आम नागरिकों को एच0आई0वी एड्स के प्रति जागरूकता करने के लिये एक संगोष्ठी का आयोजन ग्राम जैतूपुर, रायबरेली में समय दोपहर 11 बजे एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर जिला जज (विधिक) अनुपम शौर्य व टी0सी0आई0 फाउन्डेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर तमन्ना आफरीन ने किया। इस कार्यक्रम में जिला विधिक से अधिवक्ता आर0के0 सिंह, पी0एल0वी0 पवन श्रीवास्तव, मनोज प्रजापति टीसीआई फाउन्डेशन से एकाउन्ट आफिसर ओम प्रकाश गुप्ता, काउन्सलर गीता श्रीवास्तव, आउटरीच वर्कर प्रशान्त सिंह, अरविन्द प्रताप सिंह, नेहा श्रीवास्तव, पूनम वर्मा, दीपमाला श्रीवास्तव, मोनिका श्रीवास्तव के साथ ही साथ पीयर एजुकेटर व क्षेत्रीय जनता भी उपस्थित रही।
संगोष्ठी में सम्बोधन के दौरान तमन्ना आफरीन द्वारा बताया गया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष की थीम सही रास्ता आपनाओ मेरा स्वास्थ्य मेरा आधिकार है इसके पश्चात उन्होने बताया कि एड्स एवं एचआईवी क्या है यह कैसे फैलता है इस से कैसे बचाव किया किया जाए कहाँ कहाँ इसकी जाँच कराई जा सकती है तथा इसको लेकर क्या-क्या सावधानी बरती जाएँ? इस सन्दर्भ में विस्तार से जानकारियाँ दी गईं। संगोष्ठी मे बताया कि इस बीमारी का सबसे बडा खतरा एक सुई या सिरिन्ज से कई टीके लगाना, असुरक्षित यौन सम्बन्ध से है। लोगों को इससे बचना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुपम शौर्य ने एड्स/एचआईवी के इतिहास को बताते हुए कहा कि एचआईवी कार्यक्रम में कार्य करने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता को आशा एवं आंगनवाडी कार्यकत्री के सहयोग से ग्राम स्तर पर इस अभियान को आगे बढाना होगा। जिससे वहाँ के युवओं को एचआईवी की उचित जानकारी हो सके और वह इस खतरे से बचे रहें और अभी तक इस बीमारी की कोई बैक्सीन नहीं बनी है इसलिए लोगों को इसकी जानकारी तथा साबधानी बरतने से ही इससे बचाव किया जा सकता है। काउन्सलर गीता श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे विश्व में 1 दिसम्बर को एचआईवी/एड्स दिवस का अयोजन किया जाता है। जनपद में यह संक्रमण युवाओं में तैजी से फैल रहा है। इसको रोकने के लिए केवल जानकारी ही इसका बचाव है। अगर समय रहते एचआईवी/एड्स का पता लग जाता है तो ग्रसित व्यक्ति दवा के सहारे पूरी उम्र जी सकता है।
संगोष्ठी में आये हुए जिला विधिक के अधिवक्ता आर0के0 सिंह ने कहा कि संगोष्ठी में उपस्थित सभी को छः माह के अन्तराल में एचआईवी की जाँच कराती रहनी चाहिए। जिससे जाँच कराने आने वाले लोगों को भी गर्व से बता सकें कि जाँच कराने से कोई खतरा नहीं होता है। यह बीमारी युवाओं में ज्यादा फैल रही है क्यों कि उनको जानकारी का आभाव है। जानकारी होने पर ही इस बीमारी से सिर्फ बचा जा सकता है। यह बीमारी चार करणों से ही मानव के शरीर में प्रवेश करती है। पहला कारण एचआईवी संक्रमित साथी के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से, दूसरा कारण एचआईवी संक्रमित रक्त या रक्त के उत्पाद को चढाने से, तीसरा कारण एचआईवी संक्रमित सुई का साझा प्रयोग करने से चैथा कारण एचआईवी संक्रमित माँ से उसके होने वाले बच्चे को।
ओम प्रकाश जी ने लोगों को बताया बताया कि टी0सी0आई0 फाउन्डेशन जनपद में विगत 12 बर्षो से नाको/यूपीसैक्स के सहयोग से लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के द्वारा एच0आई0वीध्एड्स की दर कम करने के लिए उच्च जोखिम समूह के लोगो पर कार्यक्रम का सचांलन कर रही है। इस परियोजना के अन्तर्गत हम एचआईवी की नियमित जाँच कराने के साथ काण्डोम प्रयोग और उसके लाभ के बारे में अवगत कराते हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा कला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में प्रथम स्थान पर रही कृति श्रीवास्तव, द्वितीय स्थान पर आदित्य प्रजापति, तीसरे स्थान पर रही प्रिया व रनरअप रही माही सिंह को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में उपस्थित लोगों द्वारा एक रैली निकाल कर एड्स जागरूकता आधारित पम्पलेट आदि वितरित करके पूरे गांव के लोगों जागरूक किया गया।